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Thursday 26 September 2019

सिर्फ पांच मिनट में बच्चों के लिए बनाएं टेस्टी सैंडविच

नस्कार दोस्तों आप देख रहे है घर का खाना आज इस आर्टिकल में आप लोग पांच मिनट में बच्चों के लिए टेस्टी सैडविच बनाना सीखेगे. जी हां बिलकुल इसके लिए आप लोगों को इन बताए गए बातों पर अमल करना होगा. तो देर किस बात की आइए जानते हैं आखिर कैसे तैयार किया जाता है सैंडविच.

सैंडविच बनाने के लिए सामग्री :

  • 2 चम्मच कटी हुई शिमला मिर्च.
  • 2 चम्मच कटे हुए टमाटर.
  • 2 चम्मच कटा हुआ प्याज.
  • 2 चम्मच खीरा.
  • कटे हुए 7-8 पनीर के टुकड़े.
  • 2 चम्मच बारीक कटा धनिया.
  • पीसी हुई काली मिर्च.
  • स्वादनुसार हरी मिर्च.
  • 2 चम्मच मेयोनीज.
  • 1 मोजरेला चीज स्लाइज.
  • इसके बाद 1 बड़ा चम्मच देसी घी.
  • स्वादनुसार नमक.

इसे बनाने का विधि:

सैंडविच बनाने के लिए सबसे पहले आप एक बाउल लें. इस बाउल में कटी हुई शिमला मिर्च, कटे हुए टमाटर, कटा हुआ प्याज, खीरा,पनीर के टुकड़े, बारीक कटा धनिया, काली मिर्च, हरी मिर्च, नमक और मेयोनीज डालकर अच्छे से मिला लें. इसके बाद एक ब्रेड लेकर उसके किनारों को चारों तरफ से काट लें. ब्रेड स्लाइस पर तैयार मिश्रण फैलाएं और इस पर चीज की एक स्लाइस रख दें. इसके बाद इस ब्रेड स्लाइस के ऊपर दूसरी  ब्रेड स्लाइस रख दें. एक पेन में घी गरम करें. इस घी में ब्रेड को दोनों तरफ से अच्छी तरह हल्का भूरा क्रिस्पी होने तक सेंक लें. जब चीज पिघलने लगे तो सैंडविच को आंच से उतार लें. अब आपका टेस्टी सैंडविच तैयार हो गया वह भी सिर्फ पांच मिनट में.

गौरतलब है कि सैंडविच ऑल टाइम फेवरेट स्नैक है. इसे सुबह या शाम के नाश्ते में तो खाया ही जा सकता है. इसके अलावा, लंच बॉक्स में पैक करके ले जाया जा सकता है, इससे किसी भी वक्त की हल्की फुल्की भूख मिटाई जा सकती है. सैंडविच को अगर हेल्दी तरीके से बनाया जाए तो ये पूरा एक मील हो सकता है. लेकिन अगर आप अपनी कैलोरीज़ पर नज़र रखते हैं, और वज़न घटा रहे हैं तो सैंडविच खाने से पहले उसकी कैलोरीज़ को जानना बहुत ज़रूरी है. ध्यान रखें, सैंडविच में जितना चीज़ और बटर होगा, उसमें उतनी कैलोरी होंगी.



विषैले प्रदूषण से बचने के लिए इन घरेलु चीजों का करें अधिक इस्तेमाल

आज के समय में हर एक इंसान ये चाहता है की मेरी सेहत अच्छी बनी रहे. हमें किसी प्रकार की बीमारी न लगे, हम पुर्ण रुप से स्वस्थ रहें. इसके लिए इंसान तमाम तरह के जीम या योगा करता है और इसके साथ ही साथ वह फल-फ्रुट, दूध-दही, मेवों का सेवन अधिक करता है ताकी सेहत बरकरार रहे. मगर फिर भी कुछ लोगों के सेहत पर इसका कुछ खास परिवर्तन नजर नहीं आता है. आखीर इसका मूल कारण क्या हो सकता है किन कारणों से हमारा स्वास्थ्य नहीं बन पाता है.

आपको बता दें कि जांच द्वारा पता चला कि हमारा वातावरण काफी खराब हो चुका है. वायु में तमाम तरह के विषैले गैस विराजमान हो चुकें है. जिसके कारण इसका असर हमारे स्वस्थ पर पड़ रहा है. प्रदूषित हवा में सांस लेने से खांसी, जुकाम, आखों में जलन, फेफड़े में इंफेक्शन, सासं की बीमारी, त्वचा संबधी परेशानियां, हृदय रोग, बालों का झड़ना आदि समस्याएं हो सकती हैं.

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मगर आप को इससे घबराने की जरुरत नहीं क्योंकी हमारे पास कुछ ऐसे सामाग्री मौजूद जिसे अधिक उपयोग में लाकर हम अपने हेल्थ को फिट रख सकते हैं. जिसमें से अदरक, लहसुन, तुलसी, नीम, काली मिर्च, काफी अधिक महत्वपूर्ण हैं, इससे काफी हद तक यावु प्रदूषण से बचा जा सकता है.

Home remedies

तो आइए इसे बारी बारी जानते से जानते हैं…

1-अदरक: वायु प्रदूषण से बचने में अदरक काफी लाभदायक है. दिन में दो बार अदरक की चाय पीना फायदेमंद है. अदरक इम्यूनिटी को बढ़ाती है और सांस से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद है. इसके अलावा गले में खराश महसूस हो रही हो तो अदरक का काढ़ा पिएं. एक गिलास में छोटा-सा अदरक का टुकड़ा बारीक काटकर, 4-5 पत्ते तुलसी और 2-3 दाने काली मिर्च के मिलाकर दो कप पानी में उबालें. पानी आधा रह जाए तो छानकर पी लें. ऐसा दिन भर में 2-3 बार करें. इससे गले की खराश कम होगी और श्वसन तंत्र दुरुस्त होगा.

2-पिसी काली मिर्च और शहद: पिसी काली मिर्च को शहद के साथ लेने से सीने में जमा कफ दूर होता है, सांस संबंधी समस्या से बचे रहेंगे. इसके अलावा प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए एक गिलास दूध में 3 ग्राम या आधा छोटा चम्मच हल्दी मिलाकर जरूर पिएं. आप एक चम्मच शहद में 3 ग्राम हल्दी मिलाकर भी ले सकते हैं.

3-तुलसी का जूस: पहले से बने-बनाए 10-15 मिलीलीटर तुलसी के जूस को पानी मिलाकर दिन में दो बार लें. यह आपकी सांस की नली या श्वसन तंत्र से प्रदूषक तत्व हटाने में सहायक है. चाहें तो घर में तुलसी के 5-6 पत्तों को पीस कर उसमें रस निकाल लें. इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर ले सकते हैं. इसके अलावा 3 ग्राम पीपली को शहद के साथ मिलाकर ज्यादा से ज्यादा 7 दिन ले सकते हैं, लेकिन इसे बच्चों को नही देना चाहिए. इससे सहज सांस लेने में मदद मिलती है.

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4-नीम की पत्तियां: इसके अलावा 3 नीम की पत्तियों को एक पतीले पानी में उबाल लें. इसे नहाने के पानी में मिलाकर नहाएं. यह त्वचा पर जमे प्रदूषकों को हटाता है और त्वचा को डिटाक्सिफाई करता है. संभव हो तो हफ्ते में 2-3 नीम की पत्तियां खा लें.

5-फुल-बॉडी मसाज: नियमित रूप से फुल-बॉडी मसाज शरीर के लिम्फैटिक सिस्टम को स्वस्थ बनाता है. सर्दियों में सरसों, ऑलिव ऑयल से मसाज कर सकते हैं,गर्मियों में नारियल तेल अच्छा रहता है. इससे रक्त में जमा टॉक्सिक बाहर निकलते हैं. रक्त संचार बेहतर होता है, ऑक्सीजन की आपूर्ति तेज होती है.

6-ऑयलिंग: बालों को प्रदूषण से बचाने के लिए संभव हो तो बाहर जाते हुए बाल ढक कर रखें. नहाने से एक घंटे पहले बालों की ऑयलिंग कर अच्छी तरह मसाज करें. ज्यादा देर तक तेल न लगा रहने दें, क्योंकि वह आपके बालों पर जमकर नुकसान पहुंचा सकता है.

7-गाय का शुद्ध घी: इसके अलावा नाक को साफ रखने के लिए गाय के शुद्ध घी की एक-एक बूंद सुबह-शाम नाक में डालनी चाहिए. इससे सांस की नली साफ हो जाती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत नहीं होती और हानिकारक तत्व फेफड़ों तक नही पहुंचते.

8-गुड़: फेफड़ों को साफ करने में गुड़ बहुत फायदेमंद है. इसमें मौजूद आयरन हमारी धमनियों को भी साफ करता है, जिससे ब्लड में ऑक्सीजन की आपूर्ति तेज होती है और श्वास संबंधी दिक्कत कम होती है. रोजाना 5 ग्राम गुड़ का सेवन करना चाहिए. रात को गर्र्म दूध के साथ सोते समय भी गुड़ ले सकते हैं. इसे दिन में कभी भी खा सकते हैं.

9-त्रिफला: रात को सोते समय त्रिफला ले सकते हैं. यह आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ पाचन तंत्र को भी सुचारु करने में मदद करेगा. एक चम्मच त्रिफला शहद, गुनगुने पानी या दूध के साथ ले सकते हैं. इसे शहद के साथ लेना ज्यादा फायदेमंद है. त्रिफला हमारे शरीर के तीन दोषों- वात, पित्त और कफ को सम प्रकृति में रखने में सहायक है.



Wednesday 25 September 2019

अगर आपकी किडनी में है स्टोन, तो ये है रामबाण इलाज़

आज के समय में किडनी स्‍टोन यानी गुर्दे की पथरी की समस्‍या आम होने लगी है, खानपान और अनियमित‍ दिनचर्या के कारण लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. आपको बता दें की किडनी स्‍टोन होने पर मरीज को काफी पीड़ा होती है. यह बीमारी अनुवांशिक भी हो सकती है. पथरी होने पर कई लोग ऑपरेशन करवाना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे घरेलू उपाय भी हैं, जिन्‍हें अपनाकर इससे बचा जा सकता है. आइए हम आपको इस समस्‍या से मुक्ती के लिए 10 प्राकृतिक उपाय बताने जा रहें हैं जो इस प्रकार से हैं.

kidney stone remedy

1-अंगूर का सेवन करें

अंगूर एक मौसमी फल है यह फल किड्नी स्‍टोन से छुटकारा दिलाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है. क्योंकि इनमें पोटेशियम नमक और पानी भरपूर मात्रा में होता है. अंगूर में अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होते हैं जिनकी वजह से इन्हें किड्नी स्‍टोन के उपचार के लिए अच्‍छा माना जाता है.

2-करेले के द्वारा

करेला सब्जी बाजार में असानी के साथ मिल जाया करता है. करेला बहुत कड़वा होता है और आमतौर पर लोग इसे कम पसंद करते है. लेकिन किड्नी स्‍टोन के मरीजों के लिए यह रामबाण की तरह है. करेले में मैग्‍नीशियम और फॉस्‍फोरस नामक तत्‍व होते हैं, जो पथरी को बनने से रोकते हैं. इसलिए किड्नी स्‍टोन की समस्‍या होने करेले का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए.

3-केला खायें

किड्नी स्‍टोन की समस्‍या से निपटने के लिए केले का सेवन करना चाहिए. इसमें विटामिन बी-6 होता है. विटामिन बी-6 ऑक्जेलेट क्रिस्टल को बनने से रोकता है. इसके अलावा विटामिन बी-6, विटामिन बी के अन्य विटामिन के साथ सेवन करना किड्नी स्‍टोन के इलाज में काफी मददगार होता है. अत: इसका सेवन प्रतिदिन करना चाहिए.

4-नींबू का रस

जैतून के तेल के साथ नींबू का रस मिलाकर सेवन करने से किड्नी स्‍टोन में फायदा होता है. दर्द होने पर 60 मिली लीटर नींबू के रस में उतनी ही मात्रा में आर्गेनिक जैतून का तेल मिला कर सेवन करने से इसके दर्द से भी आराम मिलता है. नींबू का रस और जैतून का तेल पूरे स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहता है और यह असानी से बाजार मिल जाता है.

5-बथुए का साग

किडनी स्‍टोन को निकालने में बथुए का साग बहुत ही कारगर माना जाता है. इसके लिए आप आधा किलो बथुए के साग को उबाल कर छान लें. अब इसे पानी में जरा सी काली मिर्च, जीरा और हल्‍का सा सेंधा नमक मिलाकर, दिन में चार बार पियें, किड्नी स्‍टोन में फायदा होगा.

6-प्‍याज खायें

प्‍याज में स्‍टोन नाशक तत्‍व होते है इसका प्रयोग कर आप किडनी स्‍टोन से निजात पा सकते है. लगभग 70 ग्राम प्‍याज को पीसकर और उसका रस निकाल कर पियें. सुबह खाली पेट प्‍याज के रस का नियमित सेवन करने से पथरी के छोटे-छोटे टुकड़ों में होकर निकल जाती है.

7-तुलसी का प्रयोग

तुलसी कई बीमारियों के लिए लाभदायक है. तुलसी की चाय पीने से किड्नी स्‍टोन मरीज को काफी लाभ मिलता है. तुलसी का रस लेने से पथरी को मूत्र के रास्‍ते निकलने में मदद मिलती है. कम से कम एक म‍हीना तुलसी के पतों के रस के साथ शहद लेने से किड्नी स्‍टोन की समस्‍या से छुटकारा मिल सकता है. आप तुलसी के कुछ ताजे पत्तों को रोजाना चबा भी सकते हैं, यह बहुत ही फायदेमंद है.

8-आंवला

आंवला चूर्ण और मूली का प्रयोग एक साथ करने पर गुर्दे की पथरी निकल जाती है. इसमें एल्ब्यूमिन और सोडियम क्लोराइड की मात्रा बहुत कम होती है, जो पथरी के उपचार के लिए फायदेमंद है.

9-दही

दही को भी किडनी स्टोन के उपचार के तौर पर लिया जा सकता है. इसमें उपस्थित प्रोबायोटिक बैक्टीरिया किडनी की सफाई तक हानिकारक पदार्थों का बाहर कर देता है. इससे किडनी स्टोन की समस्या नहीं होती.

10-पत्ता गोभी

पत्तागोभी खाने से किडनी साफ रहने में मदद मिलती है और विषैले तत्व नहीं टिक पाते. इसमें पोटेशियम की मात्रा कम होती है और विटामिन के की मात्रा अधिक होती है. इसलिए भी पत्तागोभी किडनी के लिए फायदेमंद होती है.

अत: इन उपायों के जरिये किड्नी पथरी से छुटकारा असानी से पाया जा सकता है.



Thursday 5 September 2019

घर पर शाही पनीर बनाने का आसान तरीका

सुबह हैवी नाश्ता करने से कंट्रोल होता है वजन

ये बात तो सभी जानते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ ईश्वर का निवास होता है. जब हम पूर्ण रुप से स्वस्थ रहते हैं तो हमारे अंदर काम करने की प्रेरणा मिलती है और हम उस काम को दिल लगाकर करते हैं. इसलिए अपने शरीर को पूरी तरह स्वस्थ बनाने के लिए हमें खान-पान पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है.

इसके लिए सुबह का नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण आहार माना जाता है. मगर कुछ लोग अपना नाश्ता चुनने में गलती कर देते हैं, जिसका खामियाजा हमारे सेहत पर पड़ता है. नाश्ते में या तो हम बहुत ज्यादा मात्रा में शुगर प्रोडक्ट्स लेने लगते हैं या फैट की असंतुलित मात्रा लेना शुरू कर देते हैं. ऐसे में जो लोग वजन कम करने की कोशिश में होते हैं उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

अमरीका के लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर और पब्लिक हैल्थ में करीब 50 हजार लोगों पर हुई रिसर्च के अनुसार सुबह का हैवी नाश्ता बॉडी मास इंडेक्स को कम रखकर वजन नियंत्रित रखता है.

घी के फायदे जानकर दंग रह जायेंग

अब जाने सुबह नाश्ता करने के निम्न फायदे :

1- सुबह का नास्ता हमारे लिए काफी जरुरी है, क्योंकि पिछले रात को किये गए भोजन के बाद से पेट में कुछ नहीं गया होता है. यानि लगभग 10 -12 घंटे से शरीर और दिमाग को पोषक तत्व नहीं मिले हैं, जिसे हम सुबह हैवी नाश्ता करके पुरा करते हैं.

2- सुबह का नाश्ता नहीं करने से ब्लड शुगर लेवल पर असर पड़ता है, जो गुस्से और चिड़चिड़ेपन का कारन बन जाता है. ऐसा ब्लड में शुगर कम होने की वजह से होता है. जब ब्लड शुगर लेवल कम होता है तो गुस्सा आना स्वाभाविक होता है क्योंकि इसके असर से थकान भी लगती है और सोचने समझने की शक्ति पर भी असर पड़ता है.

3- जब भी भूख लगती है तो पेट में एसिड बनता है. सुबह का नाश्ता नहीं करने पर यह एसिड पेट की दिवार तथा भोजन नली को नुकसान पहुंचाता है. इसके कारण एसिडिटी की समस्या पैदा हो सकती है, इसलिए सुबह का नास्ता जरुर करें.

4- सुबह का नाश्ता नहीं करने वाले लोगों में इन्सुलिन रेसिस्टेंस, टाइप 2 डायबिटीज तथा मोटापा बढ़ने का खतरा अधिक होता है. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने तथा ह्रदय रोग होने की संभावना भी बढ़ जाती है.

5- दिमाग को रात के समय भी पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज की आवश्यकता होती है. जब हम खाना नहीं खाते तब ऊर्जा के लिए ग्लूकोज लीवर से प्राप्त होता है. यह ग्लूकोज लीवर में ग्लाइकोजेन के रूप में संग्रह किया हुआ रहता है. हो सकता है कि जरुरत के समय ग्लूकोज की सप्लाई के लिए लीवर में पर्याप्त मात्रा में ग्लाइकोजेन का संग्रह ना हो. ऐसा होने से शरीर में कोर्टिसोल नामक तनाव का हार्मोन बढ़ जाता है.

6- कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें लगता है कि नाश्ते में कम खाने से वजन कंट्रोल में रहेगा. लेकिन ऐसा नहीं है. यदि आप नाश्ते में कम खाएंगें तो आपको हर थोड़ी देर में भूख लगेगी जिससे आप अधिक कैलोरी और फैट्स वाले फूड्स खाएंगें. इसलिए आपको नाश्ते में फाइबर वाले फूड्स खाने चाहिए ताकि आपका पेट लंबे समय तक भरा रहे.

7- कई लोग नाश्ते में जंक फूड्स खाते हैं. ऐसा करने से अनियमित रूप से वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए आपको नाश्ते में हेल्दी फूड्स ही खाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि ना सिर्फ आपका वजन कंट्रोल में रहे बल्कि शरीर भी स्वस्थ रहे.

8- जूस में फाइबर की मात्रा नहीं होती. वहीं ताजे फलों में फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. ऐसे में सुबह के नाश्ते में फलों के जूस की बजाय फल खाना ज्यादा सेहतमंद होता है. इससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती है. वजन को नियंत्रित रखने में यह काफी कारगर होता है.

तो ये थी हमारी सुबह की हैवी नाश्ते की टिप्स, इस बात पर अमल कर आप लोग स्वस्थ रह सकते हैं.

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